साउथ अफ्रीकी खिलाड़ी क्विंटन डी कॉक के टेस्ट करियर की 5 सर्वश्रेष्ठ पारियों पर डालिए एक नजर

साउथ अफ्रीकी

वर्ल्ड क्रिकेट में पिछले कुछ सालों में टेस्ट प्रारूप से संन्यास लेने वाले खिलाड़ियों की संख्या में अचानक इजाफा देखने को मिला है। जिसके पीछे टी20 प्रारूप एक बड़ी वजह से होने के साथ कोरोना महामारी के चलते लंबे समय तक बायो-बबल में रहना भी एक कारण बन रहा है। अब इसी में एक नाम साउथ अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक का नाम भी शामिल हो गया है।

जिन्होंने भारत के खिलाफ साल 2021 के बॉक्सिंग-डे टेस्ट मैच के बाद अचानक इस प्रारूप से संन्यास लेने का ऐलान करते हुए सभी को चौंका दिया। महज 29 साल की उम्र में डी कॉक के इस फैसले पर हैरानी होना लाजिमी था। इस फैसले के पीछे डी कॉक ने परिवार को अधिक समय देना कारण बताया, जिसमें वह अपने पहले बच्चे के साथ भरपूर समय बिताना चाहते हैं।

वहीं साउथ अफ्रीकी टीम के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है। क्योंकि इससे पहले कई प्रमुख खिलाड़ियों के अचानक फैसले के चलते टीम के प्रदर्शन में साफतौर पर गिरावट देखने को मिली थी। जिसके बाद क्विंटन डी कॉक के जाने का असर टीम की बल्लेबाजी पर देखने को मिलेगा। हम आपको डी कॉक के टेस्ट करियर की 5 सर्वश्रेष्ठ पारियों के बारे में बताने जा रहे हैं।

5- बनाम ऑस्ट्रेलिया (साल 2016, होबार्ट टेस्ट मैच, 104 रनों की पारी)

ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच में साल 2016 में होबार्ट के मैदान में खेले गए टेस्ट मैच में अफ्रीकी गेंदबाजों ने मेजबान टीम को सिर्फ 85 रनों पर समेट दिया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने भी शानदार वापसी करते हुए अफ्रीकी टीम का स्कोर 132 रन पर 5 विकेट कर दिया था। जिसके बाद क्विंटन डी कॉक ने पारी को संभालते हुए 104 रनों की शानदार इनिंग खेल दी। इससे अफ्रीका पहली पारी में 326 के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही। वहीं बाद में टीम ने इस मैच को पारी और 80 रनों से अपने नाम किया था।

4- बनाम भारत (साल 2019, विशाखापट्टनम टेस्ट मैच, 111 रन)

साल 2019 में साउथ अफ्रीकी टीम भारत के दौरे पर थी, जिसमें उसे सीरीज का पहला टेस्ट मैच विशाखापट्टनम के मैदान पर खेलना था। इस मैच में भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल की शानदार पारियों के दम पर 502 रन बनाकर इनिंग को घोषित किया। वहीं अफ्रीकी टीम 178 के स्कोर तक अपने 5 विकेट गंवा चुकी थी, जिसके बाद डी कॉक ने डीन एल्गर के साथ मिलकर टीम के ऊपर से फॉलोआन का खतरा टालने का काम किया। डी कॉक के बल्ले से 111 रनों की शानदार पारी देखने को मिली। जिसकी बदौलत अफ्रीकी टीम अपनी पहली पारी में 431 के स्कोर पर पहुंच सकी। हालांकि बाद में उसे इस टेस्ट मैच में 203 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।

3- बनाम इंग्लैंड (साल 2016, सेंचुरियन टेस्ट मैच, 129 नाबाद रन)

इंग्लैंड की टीम साल 2016 के आखिर में साउथ अफ्रीका के दौरे पर थी, जिसमें उसे सीरीज का चौथा टेस्ट मैच सेंचुरियन के मैदान पर खेलना था। इस मैच में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। अफ्रीकी टीम की तरफ से ऊपरी क्रम में स्टीफन कुक और हासिम अमला ने जहां शतकीय पारी देखने को मिली। वहीं क्विंटन डी कॉक ने निचलेक्रम के बल्लेबाजों के साथ अहम साझेदारी करते हुए टीम को एक मजबूत स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका अदा की। डी कॉक ने 129 रनों की अपनी नाबाद पारी के दौरान 17 चौके और 2 छक्के भी लगाए। वहीं अफ्रीका ने बाद में इस मैच को 280 रनों से अपने नाम भी किया था।

2- बनाम पाकिस्तान (साल 2019, जोहान्सबर्ग टेस्ट मैच, 129 रन)

साल 2019 की शुरुआत में साउथ अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच में टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच जोहान्सबर्ग के मैदान में खेला गया था। इस टेस्ट मैच में अफ्रीकी टीम की पहली पारी सिर्फ 262 रनों पर सिमट गई थी। जिसके बाद मेजबान टीम के गेंदबाजों ने भी शानदार प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तानी टीम की पहली पारी को 185 के स्कोर पर समेटते हुए अपनी टीम को पहली पारी के आधार पर अहम बढ़त दिलाने का काम किया। दूसरी पारी में अफ्रीका की तरफ से क्विंटन डी कॉक के बल्ले से शानदार 129 रन देखने को मिले जिसकी बदौलत टीम पाकिस्तान को 381 रनों का कठिन लक्ष्य देने में कामयाब हो सकी और बाद में इस मैच को उन्होंने 107 रनों से अपने नाम भी किया था।

1- बनाम वेस्टइंडीज (साल 2021, सेंट लूसिया टेस्ट मैच, 141 रन)

साउथ अफ्रीकी टीम साल 2021 में वेस्टइंडीज के दौरे पर 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने गई थी। जिसमें उसे सीरीज का पहला टेस्ट मैच सेंट लूसिया के डैरन सैमी नेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेलना था। इस मैच में मेजबान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन वह सिर्फ 97 के स्कोर पर सिमट गए। जिसके बाद अफ्रीकी टीम की तरफ से क्विंटन डी कॉक ने शानदार 141 रनों की पारी खेलते हुए टीम का स्कोर पहले पारी में 322 तक पहुंचाने में अहम भूमिका अदा। वहीं बाद में साउथ अफ्रीका की टीम ने इस मैच को पारी और 63 रनों से अपने नाम किया था।

क्या अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा ने अपने टेस्ट करियर को बचा लिया है